अभिनेता से लेकर निर्माता और बतौर निर्देशक हाथ आजमा चुके आमिर का जन्म वर्ष 1965 में मुम्बई के ऐसे परिवार में हुआ था, जिनका फिल्मों से गहरा रिश्ता था।
2.
पानीपत से निकलकर दिल्ली में अपने करियर का आसमान तलाशने वाले राजेन्द्रजी ने रमेश बख्शी की देवयानी का कहना है और सुरेन्द्र वर्मा की सूर्य की अंतिम किरण से पहली किरण जैसी बोल्ड स्किप्ट्स बतौर निर्देशक हाथ में ली.
3.
लेकिन बत्तियाँ तो बुझ चुकी हैं और कमरे की दो दीवारें (वह एक सेट था) हटायी जा रही हैं और इस बीच निर्देशक हाथ में नोट-बुक लिये दृश्य को सही-सलामत फ़िल्माने के बाद जा रहा है किसी दूसरी तरफ़।
4.
पानीपत से निकलकर दिल्ली में अपने करियर का आसमान तलाशने वाले राजेन्द्रजी ने रमेश बख्शी की देवयानी का कहना है और सुरेन्द्र वर्मा की सूर्य की अंतिम किरण से पहली किरण जैसी बोल्ड स्किप्ट्स बतौर निर्देशक हाथ में ली. सुरेका सीकरी (बालिका वधु की मा सा.)
5.
उसके प्रेम आँखें मूंदकर दिए गए चुंबन थे जो आँखें खुलने पर दीखता है कि वे तेज़ स्पॉटलाइटों के नीचे दिए गए थे स्पॉटलाइटें बुझा दी गई हैं और कमरे की दोनों दीवारें (वह एक सेट था) उखाड़ दी गई हैं और सीन ठीक ठाक शूट करने के बाद निर्देशक हाथ में नोटबुक लिए जा रहा है या फिर वे एक नौका विहार की तरह थे, एक चुंबन सिंगापुर में एक नाच रियो में, एक जश्न विंडसर के डयूक और डचेज के महल में किसी सस्ते फ्लैट की मनहूस तड़क-भड़क के बीच फिल्माए हुए
6.
उसके प्रेम आँखें मूंदकर दिए गए चुंबन थे जो आँखें खुलने पर दीखता है कि वे तेज़ स्पॉटलाइटों के नीचे दिए गए थे स्पॉटलाइटें बुझा दी गई हैं और कमरे की दोनों दीवारें (वह एक सेट था) उखाड़ दी गई हैं और सीन ठीक ठाक शूट करने के बाद निर्देशक हाथ में नोटबुक लिए जा रहा है या फिर वे एक नौका विहार की तरह थे, एक चुंबन सिंगापुर में एक नाच रियो में, एक जश्न विंडसर के डयूक और डचेज के महल में किसी सस्ते फ्लैट की मनहूस तड़क-भड़क के बीच फिल्माए हुए